जब पुरुष के वीर्य में शुक्राणुओं की कमी (Nil Sperm Count) हो जाती है या शुक्राणुओं की उपस्थिति नगण्य होती है तो इस स्थिति को एजुस्पर्मिया कहते हैं। एजुस्पर्मिया पुरुषों के वीर्य में होने वाली एक बहुत बड़ी समस्या है जोकि पुरुष निःसंतानता का प्रमुख कारण है। विशेषज्ञों के अनुसार, एजुस्पर्मिया का सीधा संबंध पुरुष निःसंतानता से है। इसके दो प्रकार होते है।
2. नॉन-ऑब्सट्रक्टिव एजुस्पर्मिया (Non-obstructive Azoospermia)- नॉन-ऑब्सट्रक्टिव एजुस्पर्मिया जिन पुरुषों को होता है उनमें शुक्राणु नहीं बनते हैं या फिर न के बराबर बनते है। नॉन-ऑब्सट्रक्टिव एजुस्पर्मिया में शुक्राणु अंडकोष से निकलने में असमर्थ होते है। इनके लक्षण इस प्रकार है। पत्नी का गर्भधारण में असमर्थ होना। पेशाब करते समय दर्द महसूस होना। वीर्य स्खलन में समस्या होना। अंडकोष में सूजन होना ।
अंडकोष में गांठ होना इत्यादि एजुस्पर्मिया के लक्षण हैं। आयुर्वेद में इसके कारण इस प्रकार है। संक्रमण अंडकोष में चोट लगना। आनुवंशिक नसबंदी सर्जरी जीवनशैली एवं अधिक शराब, धूम्रपान का सेवन इत्यादि। आपकी निल शुक्राणु की यह समस्या हमारे आयुर्वेदिक कैप्सूल से बिलकुल ठीक हो सकती है। इस Spermeup कैप्सूल को खाने से आपके निल शुक्राणु की समस्या ख़तम हो जाएगी। यह कैप्सूल आपके वीर्य को ताकतवर बनता है। साथ ही सभी प्रकार क इन्फेक्शन को ठीक करता है।
(Nil shakranu badhane ki ayurvedic dava)निल -शुक्राणु बढ़ाने की आयुर्वेदिक् दवा स्वेदन तथा स्नेहन से पुरुष शरीर में रक्त का संचार तेजी के साथ होता है। Spermeup कैप्सूल के द्वारा पुरुष शरीर की मांसपेशियाँ मजबूत होती है जिससे द्वारा प्रजनन अंगों में देर तक तनाव रह पाता है। इस कैप्सूल से पुरुष की इंद्रिय जगृत होती है और शांत मिलती है इस कैप्सूल के द्वारा अतिरिक्त वसा को दूर कर दिया जाता है।
वीर्य वर्दी कैप्सूल खाने के बाद पुरुष के शरीर में शुक्राणुओं की संख्या में वृद्धि होती है।
Key Ingredients : अश्वगंदा ,सफ़ेद मूसली, गोखरू, शिलाजीत, जिनसेंग, गिको -बाइबोला। , कपिकच्छु, विदारीकंद , काली मूसली, लॉन्ग, जायफल ,सतावरी ,कौंच बीज चूर्ण, त्रिफला दालचीनी, विदारीकंदऔर कई सारी आयुर्वेदिक जड़ी बूटिया और अन्य कई सारे विटामिन से मिलकर तैयार किया जाता है।
Dosage Form: कैप्सूल
Quantity: Pack of 60 कैप्सूल
Benefits of Spermeup : NIL-शुक्राणु बढ़ाने के कैप्सूल फायदे इस प्रकार है: अन्य कैप्सूल से बेहतर क्यों है? लम्बे समय तक इसका इफ़ेक्ट स्थाई रहता है। पूरी तरह से आयुर्वेदिक जिसका कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं। Nil-शुक्राणु को नेचुरल तरह से बढाती है। सेक्स समस्याएं जैसे शुक्राणु टाइमिंग ,धातु रोग, स्वपनदोस, आदि में बहुत लाभकारी है। यह आयुर्वेदिक कैप्सूल Nil-शुक्राणु को बढ़ाता है (Spermeup Capsule Nil-shaukranu ko takatvar banata hai) मजबूत और ज्यादा समय तक संभोग (Sambhog) सुख देती है। इसका प्रभाव स्थाई होता है। स्टैमिना (Stamina) को बढ़ाता है। इस आयुर्वेदिक कैप्सूल का प्रभाव आपको कुछ ही दिनों में देखने को मिलता है।
Country of Origin: India
How to use: Nil-शुक्राणु बढ़ाने के कैप्सूल को दिन में दो बार लेना चाहिए। एक बार सुबह नास्ते के बाद और एक बार रात को सोने से 1 घंटे पहले गर्म दूध या पानी के साथ चाहिए।
Note: उचित इलाज के लिए डॉक्टर से सलाह लें।