आजकल पुरुषों में यौन समस्याएं बढ़ रही हैं और इसमें से एक बड़ी समस्या आजोस्पर्मिया है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें पुरुष का शुक्राणु निर्माण नहीं होता है या बिलकुल नष्ट हो जाता है। यह समस्या उन लोगों में पाई जा सकती है जो अपने स्वास्थ्य का खास ध्यान नहीं रखते हैं, जैसे कि अनियमित आहार, बुरी आदतें और तनाव आदि। इसलिए, इस समस्या को ध्यान में रखते हुए उपचार की जरूरत होती है।
एक आदर्श यौन संतान तैयार करने के लिए, पुरुषों के शुक्राणुओं का संतुलन और संख्या महत्वपूर्ण होती है। जब शुक्राणुओं की संख्या या गति में कोई असामान्यता होती है, तो यौन संबंध बनाने में कठिनाई हो सकती है। आजोस्पर्मिया के कारण व प्रभावों को समझने के लिए, हमें इस समस्या के मुख्य कारणों पर ध्यान देना चाहिए।
पहले, एक महत्वपूर्ण कारण है शुक्राणुओं की उत्पत्ति और विकास में कोई असमानता। कई पुरुषों में यह समस्या अविकासित या कमजोर शुक्राणुओं के कारण होती है। इसके अलावा, गर्भाशय में संक्रमण या रसोली के कारण भी शुक्राणुओं का संचय होने में परेशानी हो सकती है।
दूसरा महत्वपूर्ण कारण है स्पर्म प्रेम का अभाव। इसका मतलब है कि शुक्राणुओं को योनि की ओर निर्देशित करने के लिए उन्हें उत्पन्न करने वाली मार्ग को नष्ट हो जाता है। इसका प्रमुख कारण योनि के नालियों में संक्रमण, नालीदारता में खराबी या योनि के मार्ग में अवरोध हो सकती है।
अगर किसी को आजोस्पर्मिया होती है तो इसके कुछ सामान्य लक्षण हो सकते हैं। ये लक्षण शामिल हो सकते हैं: प्रजननांग में दर्द या सूजन, यौन कमजोरी, बार-बार यौन समस्याओं का अनुभव करना और गर्भनाश के प्रतिशत में वृद्धि। यदि किसी व्यक्ति को इन लक्षणों में से कुछ भी महसूस होता है, तो उसे एक विशेषज्ञ चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।
इस समस्या का उपचार संभव है, लेकिन इसके लिए अपने चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए ।
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